मैं मिलूंगा तुम्हें, बस तुम करना प्रतीक्षा...!!
मैं मिलूंगा तुम्हें, फिर किसी और जन्म में, तुम्हारे भेष में, तुम्हारे कुल में, तुम्हारी जाति में, तुम्हारे जितना योग्य होकर, तुम्हारे पिता की चाह जैसा, तुम्हारे लिए सम्पूर्ण होकर, एक उम्र लेकर आऊंगा तुम्हारा होने के लिए, तुम्हारा जैसा होने के लिए, तुम्हारे हिसाब से बिना कोई ऐब का जिसकी तुम ग़लतियाँ पे उससे पीछा छुड़ाने की जगह मेरी अच्छाइयों पे ग़ुरूर करो ।। मै मिलूँगा तुम्हें फिर कही जहाँ तुम मुझसे साथ निभाने के लिए बहानो की तलाश ना करो ।। बस तुम करना प्रतीक्षा...!!! 😊😊😊😊 क्या तुम कर पाओगी प्रतीक्षा?? #ख़ैर ❤️🙏🏻