प्यार को अलविदा कहने का वक़्त कभी भी आ सकता है ।।
अलविदा कहने से पहले मेरे पास,
बहुत कुछ बाक़ी था तुम्हें देने के लिये ।।
लौटाने थे वो सपनें तुम्हें जो देखे थे
मेरी दुल्हन बनकर तुम्हारे आने के ।।
लौटाने थे वो सब वादे जो किये थे तुमसे,
कभी जुदा न होने के ।।
लौटानी थी वो इक सौग़ात,
जिसमें तुमने मेरे आख़िरी वक़्त भी मेरे साथ रहने की की थी ।।
लौटाना था वो प्रेम जो मैंने,
ताउम्र सिर्फ़ तुमसे करने को सोचा था ।।
लौटाने था वो हर इक वक़्त जिसमें,
तुमने मुझे विश्वास दिलाया था कि तुम सिर्फ़ मेरी हो ।।
पर तुम इतनी जल्दी में थे कि मैं तो तुम्हें,
जी भर कर देख भी न पाया ।।
#ख़ैर
#शुभ_रात्रि ❤️🙏🏻
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