प्रेम होना और पसंद किया जाना दोनो बहुत अलग अलग चीजें है ।।

मुझे लगता है प्रेम होना और पसंद किया जाना दोनो बहुत अलग अलग चीजें है,

पसंद समय के साथ बदल सकती है पर प्रेम सदैव रहेगा, तुम्हारे साथ तुम्हारे हर अछे बुरे वक़्त में ।।

पसंद इक समय के साथ ओझल हो सकती है, पर प्रेम ज़िंदगी के उस समय में भी अपनी लौ दहकाता रहेगा जब आपकी ज़िंदगी की लौ भी बुझने को चलेगी ।।

पसंद किसी दूसरे अछे इंसान के मिल जाने के बाद ख़त्म हो सकती है,
पर प्रेम लोहे को भी हीरा समझ उसके संग रह जाएगा ।।

पसंद में आप बहक सकते है,
पर प्रेम में आप आत्मा के साथ मिलन कर चुके होते है जो देह छोड़ने के बाद भी ख़त्म नही होतीं ।।

पसंद उस समुंदर के जल के समान है जो वक़्त के साथ लहरो में बहता है,
प्रेम कुएँ के जल के समान है हर वक़्त उतना ही रह जाता है ।।

दुख है कि इस सदी में हम प्रेम में असफल होते है क्यूँकि हम पसंद किए हुए व्यक्ति को चुनते है प्रेम को नकारते हुए ।।

❤️🙏🏻

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