स्नातक छात्रों कि मटर - पनीर की दावत, मजबूरी या शौख ??
अगर आपको लगता है स्नातक छात्र (साईं हॉस्टल में रहने वाले) छात्र सिर्फ दाल - चावल ही खाते हैं तो आप बिल्कुल गलत है, या फिर आप उनके बारे में जो कुछ भी जानते हैं वह आधा - अधूरा है ।
यह रात्रि में सब्जी और रोटी अधिक बनाते हैं, उसमें चावल और पूरी ऑप्शनल होता है।
रात्रि में इनके इन छात्रों के रूम पर अगर कोई आता है तो उसका स्वागत रात्रि के खाने में मटर - पनीर की सब्जी से किया जाता है,
वहीं जब खुशी की बात होती है या उनके कमरे पर कोई मित्र आ जाए या कोई नए छात्र को कमरा दिलाना हो, और सब कुछ सेटल होने के बाद पनीर पार्टी होती है,
कई दिनों के बाद किसी मित्र से मुलाकात हो, तो पनीर पार्टी होती है,
किसी का बर्थडे हो तो केक काटने पर कम फोक्स होता है और पनीर की पार्टी पर अधिक ।
कुल मिलाकर कहें तो हर छोटी बड़ी खुशी को इसी के साथ सेलिब्रेट किया जाता है ।
यह पनीर मांसाहार करने वाले और शाकाहार करने वाले सभी छात्रों को आपस में मिला देती है,
यहां के ज्यादातर विद्यार्थी मांस से परहेज करते हैं, तो कहीं - कहीं मकान मालिक भी मांसाहार बनाने से रोकते हैं, ऐसे में पार्टी के नाम पर उनके पास अच्छा खाने के लिए मटर - पनीर की सब्जी सबसे बेहतरीन रहती है ।
बाकी आपने मटर - पनीर की सब्जी का जलवा तो देख ही लिया है कि भारत में कोई भी शादी - विवाह या कोई छोटा फंक्शन हो, बिना पनीर के सब्जी के संपन्न नहीं होता हैं,
लेकिन विद्यार्थियों के कमरे पर बना मटर - पनीर शादी में किसी एक्सपर्ट हलवाई से बनावाये गये पनीर के स्वाद से कम नहीं होता क्योंकि यहां पनीर पार्टी करने वाले छात्रों के फ्रेंड - सर्कल में पनीर की बेहतरीन और लज्जित सब्जी बनाने वाला एक छात्र जरूर होता था और ऐसे शुभ अवसरों पर उसे जरूर से जरूर पनीर पार्टी में शामिल किया जाता था ।
उसके बाद सब मिलजुल कर हर काम में अपना - अपना सहयोग देते थे और इस दौरान मोबाइल पर कई पसंदीदा गाने बजाए जाते हैं, ज्यादातर लोग भोजपुरी गाने पर फोकस करते हैं ।
यहां दोस्तों के साथ पनीर खाकर जो स्वाद और आनंद आता है वह आपको कहीं और नहीं मिल पाएगा।
स्नातक होते हुए हॉस्टल में अगर रहकर कभी पनीर पार्टी की हो तो आपके ग्रुप पर सबसे अच्छी मटर पनीर की सब्जी कौन बनाता था?
आपने किन - किन अवसरों पर अपने मित्र को पनीर पार्टी दी है?
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