कभी किसी चौराहे पे मिलो तो आँखे मिला पाओ ।।
मै मानता हूँ,
जब भी किसी रिश्ते में से किसी इक को निकलना हो तो बिना किसी साज़िश के, बिना उस रिश्ते को ख़राब किए हुए, बिना किसी को नीचा दिखाए, बिना सही - ग़लत की लड़ाई किए,शांति से उस रिश्ते से निकल जाना चाहिए,
सामने वाले को इक बार ज़ोर से गले लगा कर, जो की उस रिश्ते का हक़ था,
सिवाय
तुम ग़लत,
मै सही,
मैंने ये किया,
तुमने वो किया,
जिसे जाना होता है, वो जाता है,
यार तुम लाख रो लो,
गा लो,
मर लो,
और सत्य तो ये भी है कि मरते तुम भी नहीं जो सोचते थे की उसके जाने के बाद मर जाओगे,
तो छोड़ो,
बढ़ो आगे, क्यूँकि उसको किसी और का हाथ थामना होगा तो वो थाम ही लेंगे,
बस तुम अपने मन से सच्चे रहना ताकि वो कभी किसी चौराहे पे तुम्हें कभी दिख जाए तो रिश्तों को ऐसी ख़राब करके मत जाओ की कभी किसी चौराहे पे मिलो तो आँखे भी ना मिला पाओ
#ख़ैर
❤️🙏🏻
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